समीरा रेड्डी का छलका दर्द, बोली-‘मुझे लगाने पड़ते थे ब्रेस्ट पेड, रहना पड़ता था इडली खाकर’, काला सच किया उजागर

मुंबई. ‘लाइट, कैमरा, एक्शन’, अक्सर मनोरंजन की दुनिया को इन्हीं तीन शब्दों के जरिए परिभाषित किया जाता है. लेकिन चमकती दुनिया के पीछे कई किस्से होते हैं, जो सामने नहीं आते. कुछ आवाजें जहां दब जाती हैं, तो कुछ अपने कॅरियर के शुरुआती दौर की परेशानियों पर बात नहीं करना चाहते. लेकिन हाल ही एक्ट्रेस समीरा रेड्डी (Sameera Reddy) ने अपने शुरुआती दिनों की दिक्कतों पर चर्चा की. उन्होंने वे सच्चाई सामने रखी, जिससे अधिकांश एक्ट्रेसेज को गुजरना पड़ता है, लेकिन कॅरियर और इंडस्ट्री के प्रेशर के आगे वे हार जाती हैं.

समीरा को बेबाक एक्ट्रेसज में शुमार किया जाता है. वे अपनी बातों को बड़े साफ अंदाज में सबके सामने रखती हैं. समीरा ने साल 2002 ‘मैंने दिल तुझको दिया’ से सौहेल खान (Sohail Khan) के अपोजिट बॉलीवुड में एंट्री की थी. समीरा ने हाल ही मिड से बातचीत में बताया कि कैसे पर्दे के पीछे एक्ट्रेसेज पर लुक बदलने के लिए दबाव बनाया जाता है. उनका कहना था कि उन्हें भी इस दौर से गुजरना पड़ा और वह काफी परेशान करने वाला था.

लुक के लिए खाई इडली
समीरा का कहना था कि कई बार उन्हें इडली खाकर रहना पड़ता था, ताकि परफेक्ट लुक मिल सके. इंटरव्यू में उन्होंने बताया, ’10 साल पहले तक बॉलीवुड में प्लास्टिक सर्जरी का क्रेजी फेज था. बोन स्ट्रक्चर, नोज और ब्रेस्ट जॉब के लिए दबाव बनाया जाता था ताकि लुक को बेहतर बनाया जा सके. मुझे सर्जरी कराने के लिए कहा गया था क्योंकि मेरे फिगर को लेकर आपत्ति थी. इस कारण मुझे ब्रेस्ट पेड लगाने पड़ते थे. तब मुझे लगता था कि ऐसा क्यों करना है? इस पर बड़े खुले तौर पर एक्ट्रेसेज को कहा जाता था. मुझे लगता है कि अच्छा हुआ मैंने यह सब नहीं किया. अगर ऐसा किया होता तो आज में कम्फर्ट फील नहीं करती.’

अपने बच्चों के साथ समीरा रेड्डी. (pc:instagram@reddysameera)

समीरा ने आगे बताया, ‘बहुत से लोग हैं जो करेक्टिव सर्जरी कराते हैं और यह उनकी चॉइस है. हो सकता है कि वे इसमें खुश रहते हों. मेरा मानना है कि जीओ और जीने दो. हम किसी को जज करने वाले कौन हैं?’

बता दें कि साल 2012 में आई फिल्म ‘तेज’ के बाद फिल्मी दुनिया से दूरी बना ली थी.

Tags: Entertainment news., Sameera reddy

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